पुलिस खुद को समझ रही कानून से ऊपर, जनता को दिखा रही वर्दी का धौंस
सुपौल/बिहार:- सुपौल में बगैर नंबर की गाड़ी में बैठी निर्मली थाने की पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। मामला निर्मली थाना क्षेत्र स्थित निर्मली शहर के हटिया चौक के पास का है, जहां शनिवार देर शाम बिना नंबर की गाड़ी में बगैर सीट बेल्ट लगाए पुलिस लोगों की बाइक की जांच करते हुए एक युवक और उसके परिजनों की जमकर पिटाई कर दी। बताया जा रहा है कि निर्मली शहर के हटिया चौक के पास सड़क किनारे बाइक पार्क कर एक युवक दवा और जरूरी सामान खरीद रहा था। इस बीच निर्मली थाने की पुलिस गाड़ी भी वहां से गुजर रही थी, सड़क किनारे पार्क देख बाइक को उठाकर पुलिस थाने ले जा रही थी। हालांकि दुकान के सामने से पुलिस को बाइक लेकर जाते देख बाइक सवार युवक भी वहां पहुंचा और पुलिस को हेलमेट के साथ ड्राइविंग लाइसेंस व वाहन संबंधित दस्तावेज दिखाया। बावजूद पुलिस गाड़ी में सवार एक महिला पुलिस अधिकारी के द्वारा बाइक को रिलीज नहीं किया गया। लिहाजा युवक ने बगैर नंबर वाली पुलिस गाड़ी में बिना सीट बेल्ट लगाए सवार पुलिस अधिकारी और चालक पर सवाल खड़ा कर दिया। पुलिस ने युवक के द्वारा वीडियो बनाते हुए सवाल खड़ा करने के विरोध में उल्टे युवक की जमकर पिटाई कर दी और उसकी बाइक को भी बेवजह जब्त कर लिया गया। बीच-बचाव में युवक की मां भी वहां पहुंची और पुलिस ने महिला के साथ भी धक्कामुक्की और मारपीट की। पुलिसिया रौब देख आसपास के लोगों की वहां भीड़ जुट गई। इस बीच युवक के पिता और परिजन भी सूचना पर घटनास्थल पर पहुंचे और पुलिसिया बर्बरता का विरोध किया गया तो पुलिस हटिया चौक से बाइक को जब्त कर थाने ले आई। इस दौरान भीड़ में शामिल लोग भी पुलिस के विरोध में थाना के सामने पहुंच गए। थाने के पास भीड़ की सूचना पर वहां निर्मली एसडीएम संजय कुमार सिंह, एसडीपीओ पंकज कुमार भी पहुंचे। इसके बाद पुलिस की गलती को छिपाते हुए प्रशासनिक महकमे ने मिलकर साजिस के तहत महिला पुलिस अधिकारी को जख्मी बताते हुए न केवल उनका मेडिकल जांच करवाया, बल्कि वीडियो बनाने वाले युवक के खिलाफ थाने में शिकायत दर्ज कर कार्रवाई तेज कर दी। इतना ही नहीं पुलिस की पिटाई से जख्मी युवक की मां जब अनुमंडलीय अस्पताल निर्मली से उपचार के बाद अपने मायके पहुंची तो पुलिस भी मायके वाले आवासीय परिसर के पास पहुंच गई। इस क्रम में महिला के मायके स्थित आवासीय परिसर के ग्रिल को क्षतिग्रस्त कर दिया और रात के समय रिश्तेदार के घर में घुसकर पुलिस ने युवक की जख्मी मां, मामा और पिता को अरेस्ट कर लिया। इतना ही नहीं पुलिस ने इस मामले में खुद की कमियां सुधारने की बजाय चंद मिनटों में ही युवक की मां एचएम और पिता अधिवक्ता को भी गिरफ्तार कर घसीटते हुए थाने ले आई और उसके तुरंत बाद ही रातो-रात सभी को वीरपुर जेल भेज दिया