जिला से आईल खबरिया ए भईया, पानी बचईह हो,
अपन जरूरत से ज्यादा न पानी नल से बहईह हो..
लालू प्रसाद यादव, संवाददाता, नवादा
नवादा/बिहार:- सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के आलोक में बिहार सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी एवं जनप्रिय योजना जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर आज जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय के संवाद कक्ष में अधिकारियों एवं मीडिया के उपस्थिति में परिचर्चा आयोजित की गई।
श्री सत्येन्द्र प्रसाद जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, श्री राजीव रंजन उप निर्वाचन पदाधिकारी और श्री संजय कुमार जिला कल्याण पदाधिकारी, श्री अशोक प्रियदर्शी, श्री मनमोहन कृष्ण, श्री विनय कुमार पाण्डेय आदि ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किये। जल जीवन हरियाली सभी जीवों के जीवन से संबंधित एक महत्वपूर्ण अभियान है।
कार्यक्रम में श्री सत्येंद्र प्रसाद डीपीआरओ ने कहा किबिहार सरकार के द्वारा जन जागरूकता के लिए प्रत्येक माह के प्रथम मंगलवार को अलग-अलग विभागों के द्वारा जल जीवन जागरूकता अभियान के विषय पर परिचर्चा आयोजित किया* जाता है। आज सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग को यह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए अधिकृत किया गया था। जल-जीवन-हरियाली कार्यक्रम को जन-जन से जोड़ने के लिए जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय, नवादा के द्वारा जिलाधिकारी के द्वारा चिन्हित स्थलों पर होर्डिंग/फ्लैक्स संस्थापित किया गया है। इसके अलावे नुक्कड़ नाटक के माध्यम से भी लोगों को जल-जीवन-हरियाली के महत्ता के बारे में बताया गया है।
*श्री सत्येन्द्र प्रसाद जिला सूचना एवं जन सम्पर्क पदाधिकारी ने बताया कि जल के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती है। हरियाली से ही हमलोगों को प्राणवायु आॅक्सीजन गैस मिलती है*। जिसके बिना हम दो मिनट से अधिक जीवित नहीं रह सकते हैं।
इस योजना को सफल क्रियान्वित करने के लिए *जिला विकास शाखा के माध्यम से जल संचयन हेतु तालाव, पोखर, आहर और पईनों का जीर्णोद्धार के लिए 598 योजना पर कार्य शुरू किया गया है, जिसमें से 475 पूर्ण हो गया है। इसके अलावे सार्वजनिक कुॅआ/चापाकल के पास सोख्ता का निर्माण के लिए 1617 योजना पर कार्य शुरू हुआ* जिसमें से 1175 योजना पूर्ण हो गया। इसके अलावे नदियों, पहाड़ी क्षेत्रों में जल संग्रहण के लिए चेक डैम आदि के लिए 1147 योजना का कार्य प्रारम्भ हुआ जिसमें से 422 योजना पूर्ण हुआ। भवनों, छत, वर्षा, जल संचयन के लिए 462 योजना में से 418 पूर्ण हुआ। इसके अलावे पौधषाला सृजन एवं सघन वृक्षारोपण के लिए 1112 योजना ली गयी जिसमें से 725 पूर्ण हो गया। जिले में 507 सार्वजनिक कुॅओं को जीर्णाेद्धार के लिए चिन्हित किया गया। जिसमें से 216 पूर्ण हुआ। वैकल्पिक फसलों, टपकन सिंचाई, जैविक खेती आदि के तकनीकों के उपयोग हेतु 65 योजना ली गयी जिसमें से सभी पूर्ण हो गयी। भविष्य के लिए अत्यन्त उपयोगी सौर उर्जा को प्रोत्साहन और उर्जा बचत के लिए 49 योजना ली गयी जो सभी पूर्ण हो गयी है।
*इस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन करते हुए सत्येन्द्र प्रसाद डीपीआरओ ने कहा कि जल के बिना हमारी प्यास नहीं मिटती है। जल हमारे शरीर में 70 प्रतिषत तक पायी जाती है। इसके बिना हम या पृथवी पर जीवित कोई भी प्राणी नहीं रह सकते हैं। जल से हम अनगिनत कार्य करते हैं एवं दैनिक जीवन के सारे कार्य भी इसी के माध्यम से होता है*। जल के कारण ही आज पृथवी पर पेड़ पौधे और हरियाली है। जल ना हो तो पेड़ पौधे भी जीवित नहीं रहेंगे। प्रकाश संषलेषण की क्रिया नहीं होगी और हमें प्राणवायु और आॅक्सीजन गैस नहीं मिलेगी।
जल-जीवन-हरियाली दिवस के अवसर पर जिले के सम्मानित मीडिया श्री विनय कुमार पाण्डेय दैनिक जागरण, श्री अशोक कुमार प्रियदर्शी दैनिक भास्कर, श्री मनमोहन कृष्णा हिन्दुस्तान ने भी आज इस योजना के सफल संचालन के लिए कई उपयोगी और महत्वपूर्ण संदेश दिये।
इस अवसर पर जिला योजना पदाधिकारी श्री अतिष भारती और डाॅ0 वी0वी0 सिंह, श्री विष्वजीत कुमार जल मीषन अधिकारी ने भी जल-जीवन-हरियाली योजना को सफल क्रियान्वयन के लिए अपना वक्तव्य दिये। इस कार्यक्रम में श्री राजीव रंजन जिला उप निर्वाचन पदाधिकारी, श्री संजय कुमार जिला कल्याण पदाधिकारी, श्री सुनील कुमार जिला सांख्यिकी पदाधिकारी, मो0 रजा महसीन मनरेगा अधिकारी आदि उपस्थित थे।
*सुन-सुन दीदी भैया ध्यान लगाइके*
*सही-सही कहेली बतिया गीतिया के माध्यम से*
*जंगल से मिलेले भइया शुद्ध हवा पनिया*
*एकरे पर टिकल है सारी दुनियां*।।
*कार्यक्रम का शुभारम्भ ग्रामीण गौरव विकास दूत के संचालक श्री विनोद कुमार सिंह के कलाकारों के द्वारा स्वागत गीत गाकर आगत अतिथियों का स्वागत किया गया. उत्कृष्ट कलाकारों के द्वारा के द्वारा जल-जीवन-हरियाली अभियान के बारे में कई सुमधुर गीत गाकर अधिकारियों और मीडिया बंधुओं को मंत्र मुग्ध कर दिये*। इस अवसर उन्होंने स्थानीय भाषा में इस अभियान को जन-जन से जोड़ने के लिए गीत, नाटक आदि का बेहतर ढ़ंग से प्रदर्शन किये। गीत-संगीत प्रदर्शन में सहयोगी कलाकार कीर्ति कुमारी, मुन्नी कुमारी, अजय सिंह, अखिलेष कुमार, अविनाष कुमार, राजकुमार, संतोष कुमार, विक्की कुमार आदि थे। डीपीआरओ नवादा।