गायक अलताफ राजा के गीत की प्रस्तुति सुन देर रात तक झूमते रहे दर्शक
उत्तम कुमार यादव, संवाददाता, मुंगेर
मुंगेर/बिहार:- तीन दिवसीय मुंगेर महोत्सव के पहले दिन
‘तुम तो ठहरे परदेशी साथ क्या निभाओगे’ गीत पर झूमे दर्शक
-बॉलीवुड गायक अलताफ राजा के गीत की प्रस्तुति सुन देर रात तक कार्यक्रम स्थल पर डटे रहे दर्शक।
मुंगेर महोत्सव पर पोलो मैदान में आयोजित रंगारंग कार्यक्रम की पहली शाम बॉलीवुड के मशहूर गायक अल्ताफ राजा ने अपनी पसंदीदा गजलों की प्रस्तुति कर शहरवासियों का भरपूर मनोरंजन किया। सबसे फेवरिट गाना ‘तुम तो ठहरे परदेशी साथ क्या निभाओगे, सुबह पहली गाड़ी से घर को लौट जाओगे’ प्रस्तुत किया तो वहां मौजूद दर्शक तालियों की गड़गड़ाहट से उनका जोरदार उत्साहवर्द्धन करते हुए जमकर झूमते नजर आए। अल्ताफ राजा द्वारा एक से बढ़ कर एक गजल नुमा गीत की प्रस्तुति पर प्रशाल में मौजूद दर्शक देर रात तक कार्यक्रम स्थल पर डटे रहे। अल्ताफ राजा ने अपनी सबसे पसंदीदा गजल ‘दिल का हाल सुने दिलवाला’ गाकर सुरीली शाम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात अपनी हिट एलबम के गीत ‘आवारा हवा का झोंका हूं’, ‘जा बेवफा जा हमें प्यार नहीं करना’, ‘हम वो दीवाने हैं जो ताजा हवाएं देते हैं’ की प्रस्तुति कर दर्शकों का देर रात तक भरपूर मनोरंजन किया।
इससे पूर्व सर्किट हाउस में पत्रकारों के साथ खास मुलाकात में अल्ताफा राजा ने कहा कि मुंगेर में आज उनका दूसरी बार आना हुआ है इससे पहले 2016 को वह यहां कार्यक्रम करने आए थे। मुंगेर खासकर बिहार में कहीं भी प्रोग्राम करता हूं तो यहां के लोगों का खूब प्यार मिलता है। लोग दिल खोलकर दाद देते हैं। यहां के लोगों को शायरी और गीत संगीत की कद्र है। वह बताते हैं कि वो नागपुर में जन्म लिए। लेकिन फक्र से कह सकता हूं कि आज हिन्दुस्तानी संगीत अगर जिंदा है तो बिहार और यूपी के संगीतप्रेमी की बदौलत जिंदा है। उन्होंने कहा कि अल्ताफ का मतलब होता है खुशियां ही खुशियां। अपने नाम के अनुरूप ही लोगों के बीच खुशियां बिखेरने का काम करते हैं।